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चढ़ते सूरज के पुजारी तो लाखों हैं साहब… डूबते वक़्त

चढ़ते सूरज के पुजारी तो लाखों हैं साहब…
डूबते वक़्त हमने सूरज को भी तन्हा देखा है! @Sachi Baate@
चढ़ते सूरज के पुजारी तो लाखों हैं साहब…
डूबते वक़्त हमने सूरज को भी तन्हा देखा है! @Sachi Baate@