रास्ते वहीं रहते हैं। नई मंजिलों के सफर में नये रास्ते भी बनते रहते हैं। पर मुसाफिर चलते रहते हैं चलना ही है जिंदगानी रुकते सूरज ढलते रहते हैं। सुप्रभात। मौसम ढलते रहते हैं, मुसाफ़िर चलते रहते हैं... #मुसाफ़िरचलतेरहते #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi