मेरी मौजूदगी भी अब तुझको सताने लगी है! मुझे देखकर तेरी मुस्कान खो जाने लगी है!! खुदा से कोई दुआ करें ये जरुरत भी ना रही! क़्यूकी तेरी याद भी अब मुझको भुलाने लगी है!! मेरे सवाल तो बस सवाल ही बन कर रह गए! जवाबों में कमीं ही कमीं नजर आने लगी है!! तकल्लुफ़ दिया तुझको तेरी ख्वाइशों से भी ज्यादा! गलती भी अब मेरे किरदार में कमीयाँ बताने लगी हैं!! अच्छा - सुन अब शराफ़त का लिबास मत रखना तुम! तेरे साए से भी अब... खुदगर्जी की बू आने लगी है!! मगरुर तो बहुत है शायद, तू अपनी ज़िन्दगी में! तारीखे लौट लौट कर अब मुझको ये बताने लगी हैं!! बे - दर्द, हर जख्म कुरेद के बैठी हूँ मैं आज! बारिशें कम्बख्त सी ये मुझको अब रुलाने लगी है!! खुद से ज्यादा किसी को तवज्जो ना देना ए - राज! मेरी नासमझी भी अब मुझको ये समझाने लगी है!! June 17, 2021 ©Miss Dhiren #kirdar#barish#tarikh ..........