वजूद भी यहीं है और बातें भी यहीं है राहत शिविरों में क्यूं ढूंढो जो मिला है पहले से लिखने की बात की आदत तो नहीं चाही और कही थी फिर क्यों बार बार उस आग में जल सब भस्म करते हो । कहते है कई बार लिखने और पढ़ने के बिना कुछ एहसास मूक भी जो जी लेते हैं जिंदगी । पलछिन क्या है घुटन ये की आदत नही जाती । सब सही है जरा धीरज तो धरो। थोड़ी राहत मिले... #थोड़ीराहतमिले #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi