बुझ गई है वो मोम की बाती, कल रात के अंधेरे से, ख़ामोश हो गई है वो आवाजे, कल रात के शोर शराबे से, आज फिर नम हैं ये आँखे, इस घिनौने कारनामे से, लो आज फिर चिपक गया इक मोम का टुकड़ा, रोड के ऊपर किनारे से... ©Anirudh Sinwal #Ankita_bhandari #anirudh #nojoto #rape #candle #NirbhayaJustice Sudha Tripathi प्रह्लाद परस्तिश TAMANNA NAIN(taani)