मौसम ईश्क का सभी को कहाँ सुहाता है दिन भर दिल बेचैन और रातों को आँखों में सागर लहराता है मौसम ईश्क का सभी पर कोमल बूँदें कहाँ गिराता है तेज़ आँधी-तूफ़ान से अक्सर सामना कराता है मौसम ईश्क का केवल एक मौसम कहाँ रह जाता है जितने दिल उतने मौसम खेल अजब दिखाता है नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳