खुले आसमान में उड़ना चाहती हूं, आसमां की ऊंचाईयों को छूना चाहती हूं, बस इंतजार है मुझे डीगरी रुपी पंख के आने का, माता-पिता का नाम रोशन करना चाहती हूं।। #आसमां।।