कुछ सुलगते से सवालों को ज़हन में छोड़ गई है ना...!!! अब धुआँ उठ रहा है तो ये तड़पन कैसी ए ज़िंदगी...!!! -रेखा "मंजुलाहृदय" #ज़िंदगी #ए ज़िंदगी #मंजुलाहृदय #Rekhasharma #Sept 4th, 2020