ना मेरे लिए लिखते, ना दुनिया के लिए लिखतें.. अगर आज ग़ालिब जिंदा होते तो ,, बेशक तुम्हारें लिए लिखतें..!! ©Kareem Ali #ना मेरे लिए लिखते, ना दुनिया के लिए लिखतें.. अगर आज ग़ालिब जिंदा होते तो ,, बेशक तुम्हारें लिए लिखतें..!!