सोच लेते उनके भी बारे में, जो मजबूर होते एक वक़्त के खाने में, इनको भी रहता इन्तजार परिवार के साथ वक़्त बिताने में, लेकिन पता ही नहीं कब हो जाती सुबह से शाम एक वक़्त रोटी का पैसा कमाने में। वो तो रह लेंगे बड़े एसो-आराम से, जो अपना घर भर लेंगे नमकीन - मिठाइयों से, सोच लो उनका भी मोदी जी लड़ तो लेंगे वो कोरोना से, लेकिन हार जायेंगे एक वक़्त की रोटी से। 21 days lock down.