इतना दूर हो गया हूँ के तुम अब नजर तक नहीं आते आते हैं बहुत मुसाफिर तेरे शहर से पर कमबख़्त तेरी खबर तक नहीं लाते बताते हैं सौ किस्से बेफिजूल के पर जुबां पर तुम्हारा जिक्र तक नहीं लाते तुम भी निकल जाते हो किनारा कर के आखिर क्यू मेरी कब्र तक नहीं आते शब्दो के साथ खेलिए इंसानों के नहीं #poetry #shayari #quote #love #yqbaba #yqdidi #yqquotes #theownthoughts