लिखी थी कालेज के दिनों तुम पायल छनकाती आन बसी मेरे घर आंगन फिर कलम नहीं उठाई ता उम्र मैंने... एक ख़ूबसूरत #collab Rest Zone की ओर से। #कवितातुम्हारेलिए #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi