मुस्कुराहट मेरे चेहरे की और रंगत भी वही है उदासी है मेरी वो और रौनक भी वही है ख़्वाहिश नही है कुछ अब किस्मत से हमारी चाहत है मेरी वो ही और मंज़िल भी वही है ✍️अली आलवी"अल्फ़ाज़ #google#alialvialfaaz#azeramera #sadpoetry#rekhta