खोल दो दिल की, #गिरह को.. #गांठ ना कोई, डालो तुम.. हम मिलें खुलकर, यहां पर.. है यही अपना, जहां.. दिल से दिल का, #गांठ बांधों.. ना रहे दिल में, मलाल.. आओ मिल के, जी ले खुशियां.. क्या पता कल, हम ना हो.. छोड़ो शिकवे, और शिकायत.. रोकती ये, दिल की राह.. दिल से दिल का, तार जोड़ो.. ना रहे कोई, मलाल.. #अजय57