जीवन का अलंकरण विलासितापूर्ण सुख सुविधा नहीं जीवन अपनों के साथ सुखमय करना है कर्तव्य के राह पर चल कर आपस और प्रकृति से प्रेम बनाए रखना है बैर ना हो किसी से सत्य मार्ग पर चलना है ना निकले कभी कटु बोली नाही पहुंँचाना ठेस कभी सदा ही मुख पर प्रेम भरी मुस्कान मृदु भाषी बने रहना है जीवन में भले हो जाएं कितने भी बड़े लेकिन अपने दिल को हमेशा सच्चा और बच्चा रखना है — % & ♥️ Challenge-829 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।