अपने हिस्से की ज़िंदगी दे उसके नाम ख़ुशी कर दी, लेकर उसके सारे ग़म, ख़ुशियों ने ख़ुदकुशी कर ली। सूखे गुलाब सा बिखर दिल हो गया पल में धुआँ-², ज़िंदगी में छोड़ अपनी ख़ुशबू, यूँ यादें हसीं कर दी। प्यार नहीं है वो जो कर दे आँसुओं से तरबतर लम्हे, देके जीने की आज़ादी, क़ैद में अपनी हँसी कर ली। वादे कम करने वाले रिश्ते ज़्यादा निभाया करते हैं, देकर बेबाक बोलने का हक, नाम ख़ामोशी कर ली। समझे न जब कोई अहमियत तो दूरियाँ भली 'धुन', नाम कर बहारें, ज़िन्दगी तो पहले ही ख़शी कर दी। ख़शी- झाड़-झंकाड़ Rest Zone 'तस्वीर विश्लेषण' #restzone #rztask235 #rzलेखकसमूह #sangeetapatidar #ehsaasdilsedilkibaat #yqdidi #rzhindi #feelings