दोस्तो जैसे पिछला वक्त गुजर गया है। उसी प्रकार यह वक्त भी गुजर जाएगा, ऐसे करते -करते पूरा जीवनकाल गुजर जाएगा अंतिम पल में कोई पछतावा ना हो इसलिए अभी इसी वक्त कुछ बड़ा सोचो /अच्छा सोचो लगा दो जीवन उसमे ,फिर देखना जीवन का अंतिम पल कितना जबरदस्त होगा। mukesh nath yogi