रखता हूं सिरहाने हर वक़्त कुछ पन्ने और कलम ख़ुदा जाने की किस वक़्त तेरा ख्याल अा जाए बेवक्त बेवजह ही सही कोई अफसाना ही बेमिसाल अा जाए आरज़ू कासना ए ख्वाब की ....की है हमने कासना-ए-दरीचे से फक़त तेरी आवाज़ ही अा जाए rendom_thaught कासना - घर दरीचा - खिड़की #Nojoto