टटोल रही हैं चेतना को, अगर अंत शांति से भरा है, तो उस अंत से पहले जीवन में इतनी कठोरता क्यूं? मरना अगर ज़रुरी होता है, तब भी सांसें लेते वक्त जीने की वजह याद नहीं, ऐसा क्यूं ? #ripsushantsinghrajput #miscellaneous #hindiquotes #pain मन की गिरहें, नहीं अगर खुल पाती हैं तो काँटे जैसी बन जाती हैं। #मनकीगिरहें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi