Nojoto: Largest Storytelling Platform

क्या जरूरी है महफ़िल में,जो तुम हमसे कतराते हो..!

 क्या जरूरी है महफ़िल में,जो तुम हमसे कतराते हो..!
हम भी तेरे काबिल है,किस बात पे तुम यूँ इतराते हो..!
क्या कसूर है मेरा जो यूँ,कहने से तुम घबराते हो..! 
हम भी रखते है वजूद यूँ,किस बात से तुम शरमाते हो..!
अरमानो का क़त्ल करो तुम,जैसे हम मर जाते हो..!
क्या जरूरी है महफ़िल में,जो तुम हमसे कतराते हो..!

©SHIVA KANT
  #mahfil_ki_baat