राज खुले कल इससे अच्छा फेंक दिया हमने सारा कच्चा चिट्ठा फेंक दिया इक दिन सपने में हम मरकर स्वर्ग गये दरवारी ने मारा धक्का फेंक दिया बच्चा ट्रक के पीछे पीछे भागा तो ट्रक वाले ने खुद ही गन्ना फेंक दिया घर की जिम्मेदारी सर पे आई तो स्कूली बच्चो ने बस्ता फेंक दिया पहले इश्क में पत्थरवाजी होती थी चिट्ठी लिक्खी पत्थर रक्खा फेंक दिया उस माँ के अंदर की ममता कहाँ गयी जिसने कूड़ेदान में बच्चा फेंक दिया बस मॉडल पेपर की कीमत तब तक है पन्ना फाड़ा उत्तर लिक्खा फेंक दिया गंगा के पुल पर ले जाकर भक्त सभी जोर से बोले गणपति बप्पा फेंक दिया © राहुल रेड राज खुले कल इससे अच्छा फेंक दिया