گزر بسر نہیں ہوتی गुज़र बसर नहीं होती.. ज़िन्दगी की तुझपर मेहर नहीं होती.... सामने ही साहिल बाहें पसारे होता बेशक, मगर लहरों से जूझती तेरी कश्ती की उस पर नज़र नहीं होती...... पर देख, तू भी..... तेरी कश्ती भी सही है..... रे बावरे.... अब भी नहीं समझा.....?? क्योंकि वालिदेन की दुआ कभी बेअसर नहीं होती.....!!!!! ©DILBAG J KHAN #Ammijaan❤❤