ओ अल्हड़ Dedicating a #testimonial to यशवंत कुमार बंधु, आपके page पर आते ही एक अलग ही एहसास होता था हमेशा ही ऊर्जावान, हिंदी इंग्लिश उर्दू सब एक से बढ़िया एक रचनाएं आपकी, तुकांत हो या अतुकांत प्रेम कविताएं, या फिर आपकी लिखी चार आदर्शवादी पंक्तियां, आपकी सराहनाए हों या फिर आलोचनात्मक रचनाएं, सामाजिक समस्याओं पर मंथन या फिर प्राकृतिक परिदृश्य से वृहत, आपकी कहानियां, एक अलग ही आनंद रहा है आपकी रचनाओं में, हर तरह की आपकी रचनाएं जैसे मैं घर बैठे संसार का विचरण कर आयी हूँ, आपको खास बताना चाहूंगी आपके लिखे उपन्यास को पढ़ने के लिए भी बेहद उत्सुक हूँ,!