हिम्मत की राह हिम्मत रख सब्र कर,एक दिन बिखर के भी निखर जाएगा, तू अँधेरों में चमकेगा, सूरज बनके उभर आएगा। गिरने में भी इक सबक है, संघर्ष में ही सच्चा फल है, हिम्मत की जो राह चुने तू, हर मुश्किल में इक हल है। जो बिखरता है वो सँवरता भी है, धूप से तपकर सोना बनता है, संघर्ष की आँच में जो पिघले, वही नया रंग धरता है। कदम बढ़ा, रुक मत जाना, हर ठोकर तुझे मजबूत बनाएगी, हिम्मत के हर क़दम पे देख, तेरी तक़दीर मुस्कुराएगी। मंज़िलें बुला रही हैं तुझे, बस हिम्मत से आगे बढ़ता चल, कभी बिखरने से मत डर, बिखर कर ही निखरता चल। ©Writer Mamta Ambedkar #GoldenHour प्रेम कविता कविताएं कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी प्यार पर कविता