अपनी जिम्मेदारियों को कुछ इस तरह निभा सकु,,,, बैठाकर अपने काँधे पर सारा जहाँ दिखा सकु.. तेरे नन्हे कदमों से घर मेरा गूंजे,,, रहेगा ये प्रयास हर पल,,, तेरी हर खुशी तेरे हिस्से में ला सकु.. ©Sachindra gour My son..