जब वो मातम का गीत गाया गया.. चारों के कंधों पर उठाया गया.. जाने वाला महज एक शख्स नही था... हम चारों के सर से साया गया... miss you papa राज 'रामकुमार' बरवड़ पापा के बिना कुछ भी नही...