पत्थरों के आगाज़ से चन्द्रायण के काल तुम, देखी है क्या क्या धरती मानव का बदलाव तुम, पुरा पाषाण के मानव जन पहली बार आग जलाये थे, तुम भी ख़ुश हुई होगी जब पका भोजन वो खाये होंगे.... हथियार छोटे संस्कार बड़े थे, मृतक को दफनाने का मध्य पाषाण में बात नये थे... तेरी गर्व से हीं भोजन मिलते हैं तुम थोड़ी देर से समझाई थी, कृषि पशुपालन पहिया मनका तुम नव पाषाण में सिखलाई थी.... लहुरादेव में चावल की खेती मेहरगढ़ में गेहूं थी, बुर्ज होम के गर्त निवासी कुत्तों को साथ हीं दफनाये थे... आदमगढ़ M.P की धरती बागोर जो राजस्थान है, मध्यपाषाण में पशुपालन का दिया कई प्रमाण है.... दमदमा कब्र में तीन कंकाल भीमबेटका का था चित्र कमाल... ©Neha kumari #History of Human #Ancienthistory #Drown