Nojoto: Largest Storytelling Platform

नज़रे करम मुझ पर इतना न कर, की तेरी मोहब्बत के लिए

नज़रे करम मुझ पर इतना न कर,
की तेरी मोहब्बत के लिए बागी हो जाऊं,
मुझे इतना न पिला इश्क़-ए-जाम की,
मैं इश्क़ के जहर का आदि हो जाऊं।

©sudhir singh
  #said,#shayari,
sudhirsingh7981

sudhir singh

New Creator

#said,#Shayari,

87 Views