Nojoto: Largest Storytelling Platform

प्रभा-मण्डल! भरो झंकार, बोलो ! जगत् की ज्योतियो! न

प्रभा-मण्डल! भरो झंकार, बोलो !
जगत् की ज्योतियो! निज द्वार खोलो !
तपस्या रोचिभूषित ला रहा हूँ,
चढा मै रश्मि-रथ पर आ रहा हूँ ।
#मकर_संक्रांति

©guru
  #मकरसंक्रांति