वो आते थे,हवा की तरह फिर आकर चले जाते है हवा की तरह, हम वही ठहरे हैं आज भी उन्ही के इन्तजार मे....... और न जाने वो कहा गुम हो गये हैं किसी हवा के झौके की तरह....... उनका आना ऐसा लगता था कि खुशी की बहार आई है, फिर उनका चले जाना ........ हम वही ठहरे हैं ,आज भी उन्ही के इन्तजार में.........