दर्द भरी अपनी दास्ता हम भी सुनाते, कोई प्यार से हाल पूंछा तो होता। हाल ए दिल हम भी बताते, किसी ने अपना हमे समझा तो होता । बहुत कुछ था बताने को,है कहानियां अपनी भी, कोई थोड़ा खामोश रह कर हमे सुना तो होता। मिल जाती है हमे फुर्सत भी की साथ बैठ कुछ सुने और कुछ सुनाए, लेकिन फुर्सत में साथ बैठने वाला कोई मिला तो होता। दिल करता है की बताऊं अपने हँसते चेहरे का राज, किसी ने ये महसूस किया तो होता। न रखूं कुछ मन में सब खुल के कहूँ , काश सुनने का सब्र थोड़ा किसी में तो होता। चेहरे की उदासी की वजह मैं भी बताऊं, काश इतना खुशनसीब बनाया तो होता। ©punm कोई अपना तो होता।