आस्तीन खुले रखे हैं सांपों के दरम्यान, यहां सब मुर्दा है बस जान लिए घूमते हैं। तम्बाकू की पुड़िया सा है शहर हर कोई हर किसी को जानता है, साहब वो झूठे हैं, झूठी शान लिए घूमते हैं। #झूठ #सच #आस्तीन #साँप #tarunvijभारतीय