मया करईया मन के बीच मया के गुरतुर बात होथे दू दिल के मिले ले घर मा बढ़ खुशी के सौउगाथ होथे अऊ मया हा मया हरे मोर संगवारी हो तभे तो मया करे ले सुघ्घर जिनगी के सुरूवात होथे । ©_judwaa_writes_ मया करईया मन के बीच मया के गुरतुर बात होथे दू दिल के मिले ले घर मा बढ़ खुशी के सौउगाथ होथे अऊ मया हा मया हरे मोर संगवारी हो तभे तो मया करे ले सुघ्घर जिनगी के सुरूवात होथे ।