Tum se ek shikayat hai हँसाया था जिसने दिल जोड़कर रुलाया भी उसने दिल तोड़कर जो बेचैन होते थे आहट को मेरी जीते कैसे होंगे मुझको छोड़कर ~ रसिया #NojotoQuote हँसाया था जिसने दिल जोड़कर हँसाया था जिसने दिल जोड़कर