काश़ हम भी बच्चे होते काश हम भी बच्चे होते कितने सुंदर, सच्चे होते बात-बात पे हँसते बात-बात पे रोते काश हम भी बच्चे होते।। मन साफ- न कोई छल होता जी भर के लेते हम निंदिया सुंदर सपनों में हम खोते काश हम भी बच्चे होते।। ©Sushil Patial काश हम भी बच्चे होते!