अब कुछ कर गुजरने की ख़्वाहिश ही नहीं है, पड़ा हूं ओढ़े कफ़न कोई आजमाइश ही नहीं है, काश कर पाता मैं भी कभी किसी के लिये कुछ, पर अब तो किसी बात की गुंजाइश ही नहीं है। #Decent_Devil_sj