उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे कई संदेश देते हैं पहला संदेश यह है कि अब प्रदेश में जातिवाद राजनीति को न्यूनतम महत्व दिया जाने लगा है प्रदेश में भी जातिवादी सत्ता की अगुवाई पार्टी बसपा प्रदेश की राजनीति में औंधे मुंह गिर कर अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष करने पर मजबूर होगी दूसरी संदेश यह है कि मुकेश कोरी के पल्लवन भरे वादे हर प्रदेश के मतदाताओं को आकर्षित नहीं करते यह नतीजा तीसरे संदेश यह भी दे रहा है कि जनता स्थाई वारंट सुशासन वाली सरकार चाहती है गुंडा उड़ा दी और माफिया जिस प्रकार योगी आदित्यनाथ के प्रदेश सरकार से शिकंजा का उत्तर प्रदेश भारत ने हाथों-हाथ लिया है उसके परिणाम प्रदेश में पहली बार कोई मुख्यमंत्री लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार से नेतृत्व करने वाला है किसी कानून विरोधी आंदोलन से उपजे आक्रोश को भागते हुए भाजपा ने समय रहते पूरा गांव भर लिया है ©Ek villain #हालिया चुनाव से सादा 2024 का निशाना #adventure