हूं भक्त राम का मगर राम सा नहीं हूं तुम दरिंदों से बेहतर मैं रावण ही सही हूं जलाते हो पुतला हर साल हा बुराई का प्रतीक मैं वहीं हूं तुम दरिंदों से बेहतर मैं रावण ही सही हूं .....रावण रावण वानी