इरादों में अभी भी क्यों इतनी जान बाकी है, तेरे किये वादों का इम्तिहान अभी बाकी है, अधूरी क्यों रह गयी तुम्हारी यह बेरुखी, अभी दिल के हर टुकड़े में तेरा नाम बाकी है। ©@BeingAdilKhan #SHAYARI#