मेरे गांव की गली मेरा पहचान पुछता है __________________________ सालो बाद शहर से मैं जब अपने गांव जाता हूं, तो मेरे गांव की गली मुझसे मेरा पहचान पुछता है आप को हो, कहा से आए हो ये सावल पुछता है जिस बाग बगिचे, खेत खरिहानी में खेला कुदा, गांव की जिस नदी मैं दोस्तो के साथ मछली पकाड़ी और जिस आम के पेड़ से आम चोरी की, जिस चलेबी के पेड़ से दोस्ती के साथ जलेबी तोड़ कर खाई ओ सब आज मुझे पहचानने से इन्कार करता है मेरे गांव की गली मेरा पहचान पुछता है जब सालो बाद अपने गांव जाता हूं, तो वहा की हवा और वहा की पाक्षी भी मुझे अजनबी मैं और महमान कह कर मेरा मजाक बनतl है मेरे गांव की गली मेरा पहचान पुछता है गांव के जिस जिस लोगो के कांधे और गोदी में खेल कर अपना बचपन गुजरा है आज वो लोग ही मुझे से मेरा नाम और पता पुछता है, कब आए और कहा से आए हो ये सावल पुछता है मेरे गांव की गली मेरा पहचान पुछता है कितने दिन के लिए आए हो, और कब जाओगे अपने ही घर में और अपने ही घर वाले ये सावल पुछते हैं जी साहब अब मेरे गांव की गली मेरा पहचान पुछता है ©Devil SK मेरे गांव की गली मेरा पहचान पुछता है #Life #gaon #GaonKiYad #Gaon_Seher_aur_ameeri