टूटकर रो दिए हम , दर्द जब हद से गुजरा । तेरे ही सामने मैं , बारहा ज़द से गुजरा ।। ये इश्क खा गया , इमान-ओ-तसव्वुफ़ अपना । इश्क में 'हाय सुल्तआँ' , बत्तर-ओ-बद से गुजरा ।। ---sultan mohit bajpai टूटकर रो दिए हम.. बारहा - बार बार ज़द -आघात ,चोट,हानि ,नुकसान हद - सीमा ईमान -धर्म पर विस्वास तसव्वुफ़ - रहस्यवाद ,गूढ़ ज्ञान बत्तर -अत्यधिक बुरा