बदल देगे हम मुकद्दर के फैसलो को एक दिन..... कुछ इस कदर हम जिद्द कर बैठे हैं खुद से बदल देगे हम मुकद्दर के फैसलो को एक दिन..... कुछ इस कदर हम जिद्द कर बैठे हैं खुद से