क्या खूब कट रही है तेरे वस्सल में मगर अफसोस उसका है जो तुझ बिन गुजर गई यूं तो भरे जहां मैं रंगों का था हजू़म एक सावँरी सलोनी सी दिल में उतर गई #manzar #manjar #मंजर #मंज़र