मतलबी दोस्त ना मतलबी दोस्त चाहिए ना मतलब का प्यार चाहिए गिने चुने ही सही पर दुश्मन भी दिलदार चाहिए खुद के समय आने पर हर कोई मतलबी बन जाता है छिपा चेहरा भी वक्त आने पर अपना असल रंग दिखता है ना मक्कारी ना फरेब हम दिल से रिश्ते निभाते है तुम छुरा घोंप चले जाओगे हम फिर भी तुम्हे देख मुस्काते है क्युकी मतलबी बनने के पीछे तुम्हारी कोई तो वजह होगी मै प्रेम करू मरते दम तक इससे बड़ी उसके लिए क्या सजा होगी। #मतलबी_दोस्त #day27#sad 😔😔