लेखन में मैंने पाया अव्यक्त को व्यक्त होते हुए जगे कुछ भाव सोते हुए लेखनी से बहता समन्दर कागज़ समेटे हुए अम्बर दिन में ख़्वाब तरते हुए लफ़्ज़ों से घाव भरते हुए गीत में सब कहा गया मगर सब शेष बचा हुआ एक अनंत सुखद उजियारा लेखन से मैंने पाया सहारा अंजलि राज #YQbaba #YQdidi #लेखनसेमैंनेपाया #tpmd #अंजलिउवाच #लेखन