भुला नहीं हूं मैं तुम्हे बस भुला दिया हू तुम्हे का ढोंग करा है तुम्हे नहीं पता है मैं तुम्हारी यादों में कई रातें कुर्बान करा है बेशक नफरत भी बेइंतहा करा है बस इतना ही नहीं मेरी जान ये मोहब्बत भी तुझी पे कुर्बान करा है ऐसे कैसे ।।