तेरे लगाये हुए ज़ख्म क्यों नहीं भरते.. मेरे लगाये हुए पेड़ भी सुख जाते हैं..!! कोई तुम्हारा सफर पर गया तो पूँछेगें... कि रेल गुज़ारे तो हम हाँथ क्यूँ हिलाते हैं..!! #copied #Tehzeeb_Hafi #NojotoQuote