बयान ना कर सका तो क्या हुआ मोहब्बत तो कम ना हुआ इंकार कर दिया तुने तो क्या हुआ तुझसे नफरत भी तो ना हुआ तुने मेरी ना सुनी तो क्या हुआ ख्वाबों में मिलना तो कम ना हुआ भूला दिया तुने मुझे तो क्या हुआ मेरा तुम्हें याद करना तो कम ना हुआ एक बार तुझसे जो हुआ फिर किसी से इश्क भी तो ना हुआ मौत भेंट कर गई तु मुझे तो क्या हुआ मेरा तेरे लिए दुआ करना तो कम ना हुआ अफ़सोस मुझे बस ये हुआ मुझे तड़पता देख, तेरा पिघलना भी ना हुआ - RUDRA #phir na hua