a-person-standing-on-a-beach-at-sunset परख परख न कर मुझे हर बात पर, हर शख़्स में नहीं होती सारी खूबियाँ। कभी दिल से भी तो देख, दिखेगी तुझमें छुपी रोशनियाँ। हीरा भी तपता है अंगारों में, तब बनता है जग का अनमोल। हर चमकती चीज़ सोना नहीं, और हर साधारण चीज़ नहीं होती तुच्छ बोल। तू हर बार तराजू में न तौल, हर चीज़ का मोल न होता समान। कुछ चीज़ें अनमोल होती हैं, जो सिर्फ समझ और दिल की पहचान। हर कागज पर नहीं होते शब्द, लेकिन उनमें छुपे होते हैं ख्याल। हर इंसान को उसके कर्मों से जान, हर चेहरा नहीं कहता अपना हाल। इसलिए परख अगर करनी हो, तो अपने दिल से कर नज़र से नहीं। जो सच्चा हो उसे थाम ले, फिर चाहे वो राह आसान हो या कठिन सही। ©aditi the writer #SunSet