"सच कहती हो तुम मैं नही हूं वो इंसान जिससे कोई दो लफ़्ज कहना पसंद करें , क्योंकि मैं नही हूं वो इंसान जो जूठी तस्सली दे सके" । "ऐसा नही है कि कठोरता भरी है मेरे दिल मे , बस डरता हूँ कही आंशिक न कर बैठू किसी बुझदिल से"। #yqbaba#yqdidi#तस्सली#बुझदिल